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आज हम कीटो Keto diet के scintific meaning के बारे में बात करने जा रहे हैं! आज की इस post को पढ़ने के बाद आपको एक ही बार में सब समझ आ जायेगा। सबसे पहले  आप इस बात को जान लें कि एक krto diet के basic rule को  follow करने पर इसका कोई भी side effect नहीं होता। ऐसा बहुत कम case में हुआ है जब keto diet fail रहा हो  हमारा body मेंevery time Ketosis की स्थिति में होता है। यह एक सामान्य Metabolic process है जो कि हमारे body को हर वक़्त निरंतर कार्य करने की ऊर्जा देता है। जब आप एक Keto Diet का सेवन करते हैं तो carbohydrates के आभाव के कारण हमारा शरीर fat को eneargy के रूप में  diagest करने के लिए  के लिए  मजबूर हो जाता है!  जब हमारे शरीर में  fat diagest होने लगता है तब बड़ी amount  में  Ketones बनाना start कर देता है! एक normal healthy इंसान, जो एक balance diet लेता है उसके लिए keto diet का अधिक औचित्य नहीं रहता। लेकिन जब एक बार आप अपने diet में से Carbs निकाल देते हैं तो शरीर अपनी energy की जरुरत को पूरा करने के लिए अपने आप  (Ketosis) पर चला जाता है। keto diet पुरे world में एक pr
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 world breastfeeding week 1Aug to 7 Aug www.farhanaaz.in शिशु मृत्यु दर में कमी लाने और शिशु में समुचित स्तनपान को बढ़ावा देने के उद्देश से प्रतिवर्ष स्तनपान दिवस मनाया जाता है क्या आप जानते हैं स्तनपान कितना जरूरी है यह बच्चों को खतरनाक बीमारियों से दूर रखता है और यह बहुत ही आवश्यक है इससे भिन्न शारीरिक पोषण मिलते हैं और  दोनों के आत्मा को संतुष्टि भी मिलती है।                         स्तनपान मां और शिशु दोनों के लिए लाभदायक होता है स्तनपान मां और शिशु दोनों का मूलभूत अधिकार है मां व शिशु के बीच आपसी संबंध स्थापित करने में स्तनपान की महत्वपूर्ण भूमिका होती है विश्व स्तनपान सप्ताह  प्रत्येक वर्ष अगस्त माह के पहले हफ्ता 1 अगस्त से 7 अगस्त तक मनाया जाता है इसका उद्देश्य महिलाओं को स्तनपान एवं कार्य को दृढ़ता पूर्वक एक साथ करने का समर्थन देता है साथ ही साथ यह कामकाजी महिलाओं को उनके स्तनपान संबंधी अधिकार के प्रति जागरूक करता है साथ ही साथ कार्यालयों में भी इसी प्रकार का माहौल बनाना ताकि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा ओं का सामना ना
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Frozen shoulder is a condition often diagnosed when someone experiences ongoing shoulder stiffness and pain that lasts at least several weeks at a time. Most people develop frozen shoulder in stages and experience persistent muscle or joint pain, along with stiffness, for several months or more. A natural approach to treat frozen shoulder involves practicing some homeremedies, targeted exercise or physiotherapy and dietary tips. Some of these suggestions are: Home Remedies: • Apply a paste of Turmeric on the frozen shoulder twice a day. • Put 2 to 3 cloves of Garlic in a little mustard oil, boil it, allow this to cool and apply this oil to the shoulder, 2 times a day. • Gentle massage of coconut oil is also advisable. Dietary Tips: • Consume Fish Oil. • Take foods rich in calcium like Beans, soup of Barley, Sprouts, Soup cooked with seaweed. • Take green vegetables in diet. • Consume Vegetable Oil, in moderate quantity, as this will help to lubricate the joints. Exer

बदहज़मी और खट्टी डकार

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आज के समय में बदहज़मी और खट्टी डकार  (Dyspepsia)  आना एक बहुत ही आम समस्या बन गयी है. इसका मुख्य कारण गलत खानपान या अधिक मात्रा में भोजन करना हो सकता है। ज्यादा तेज़ी से खाना खाने पर भी बदहज़मी हो सकती है। शारीरिक और मानसिक तनाव से भी कई बार बदहज़मी हो सकती है। खाने की गलत आदतों के कारण बदहजमी होना एक आम पेट की समस्या है. बदहज़मी को खट्टी डकार या अपच भी कहा जाता है. भोजन को हज़म करने के लिए हमारे पेट में एक तरह का जूस बनता है जिससे खाना आसानी से हजम हो जाता है और जब ये रस का स्त्राव उचित मात्रा में ना हो तो बदहजमी या हाज़मा ठीक नहीं हो पाता. तला हुए और वसा से भरपूर ज्यादा खाना इसका विशेष कारन होता है!  बदहजमी के दौरान पेट में खाना हज़म होने के दौरान अम्ल का उत्पादन होता है। इससे काफी पीड़ा और परेशानी होती है। परन्तु कुछ सरल घरेलु इलाजों  से इन समस्याओं से निजात मिल सकती है.  आइये  जानें ऐसे ही कुछ  सरल घरेलु उपचार: दही – बदहज़मी व खट्टी डकार से निजात पाने के लिए आप दही का सेवन कर सकते हैं. आपको अगर दही खाना पसंद नहीं तो इसकी छाछ बनाकर भी पी सकते हैं. ठंडा दूध - जब भी आपको खट्टी डक

हिजामा or cupping therapy

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Hijama (हिजामा) treatment is not just a religious practice, it is one of the most effective and fast natural remedy for almost every kind of bodily disorders. Also Hijama is a safe and efficacious way of curing and preventing diseases. Actually Hijamah is a therapy that eradicates the root cause of ailments by detoxifying the body through non-surgical procedure. Modern medical science too promotes the utility of Hijama and encourages its practice in certain diseases. It is now being recognized as an alternative medicine or alternative way of treating different diseases and bodily disorders. Precisely Hijama benefits the body in following health issues: • Regulates immune systems • Detoxifies the body • Targets the root cause of illness • Fertility Hijama treatment renders therapeutic relief to muscular, skeletal, neurological, cardiovascular, respiratory and many more issues.

गुड़ और भुने हुए चने खाने के फ़ायदे

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भुने हुए चने हमारे स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, यह बात हम सभी जानते हैं. परन्तु अगर भुने हुए चनो को गुड के साथ खाया जाए तो फायदा कई गुना हो जाता है. इन दोनों को साथ मिलाकर खाने से कई बड़ी बीमारियों को दूर किया जा सकता है. गुड़ और चना एनीमिया रोग दूर करने में काफी मददगार साबित होता है. इसको खाने से शारारिक ताक़त बढती है. गुड़ में उच्च मात्रा में आयरन होता है और भुने हुए चने में आयरन के साथ-साथ प्रोटीन भी सही मात्रा में पाया जाता है. इस तरह से गुड़ और चने को मिलाकर खाने से आवश्यक तत्वों की कमी पूरी होती है, जो एनीमिया रोग के लिए जिम्मेदार होते हैं. खाने की विधि: • सोने से पहले एक गिलास पानी में एक मुट्ठी चने डाल दें और इसे ढककर रख दें. • सुबह चने का पानी निकाल दें और एक छोटा टुकड़ा गुड़ के साथ इसे खाली पेट चबा-चबाकर खाएं. रोजाना इस तरीके से चने खाने से कई फायदे होंगे.

ब्रेस्ट कैंसर

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Breast Cancer is a problem among Women growing fast these days. And since prevention is always better than cure, it need to be prevented before it’s too late. With following good lifestyle, diet and awareness,breast cancer What causes breast cancer? Increasing age Personal history of breast cancer Early menstruation Late menopause A first pregnancy after age 30 or no prior pregnancies Use of oral contraceptives Family history of breast cancer Presence of certain inherited genetic changes History of radiation therapy to the chest Long-term use of combined hormone therapy Alcohol use Obesity after menopause. can be prevented. Here we are sharing some of those tips: • Control your weight - being overweight or obese increases the risk of breast cancer. This is especially true if obesity occurs later in life, particularly after menopause. • Be physically active -  physical activity can help you maintain a healthy weight, which, in turn, helps preve